स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ, गुणवत्तापूर्ण और किफायती होनी आवश्यक है : मंगल पांडे
पटना, 28 मार्च 2025 : इन्दिरा आईवीएफ ने पटना के फुलवारी शरीफ में अपने नए फर्टिलिटी सेंटर का उद्घाटन किया है, जिससे बिहार में रिप्रोडक्टिव हेल्थकेयर सेवाओं की पहुंच अधिक मजबूत होगी। यह राज्य में इन्दिरा आईवीएफ का 12वां सेंटर है, जो आधुनिक फर्टिलिटी केयर के साथ उन दंपतियों और व्यक्तियों की मदद करेगा, जो संतान सुख प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं। यह विस्तार इन्दिरा आईवीएफ की नवीन रिप्रोडक्टिव तकनीकों को व्यक्तिगत देखभाल के साथ जोड़कर फर्टिलिटी ट्रीटमेंट को अधिक सुलभ बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार के स्वास्थ्य एवं विधि मंत्री मंगल पांडे, विशिष्ट अतिथि पूर्व मंत्री श्याम रजक, इन्दिरा आईवीएफ बिहार हेड व पटना सेंटर हेड डॉ. दयानिधि कुमार और इन्दिरा आईवीएफ फुलवारी शरीफ के सेंटर हेड डॉ. पुनीत हंस उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि बिहार के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने के लिए स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ, गुणवत्तापूर्ण और किफायती होनी आवश्यक है। बढ़ती फर्टिलिटी जरूरतों को देखते हुए, बिहार में विशेष फर्टिलिटी उपचार केंद्रों की उपलब्धता से लोग दूर-दराज की यात्रा करने के बजाय अपने राज्य में ही उचित चिकित्सा सहायता प्राप्त कर सकते हैं, इससे बेहतर स्वास्थ्य परिणाम मिलेंगे और हेल्थकेयर सिस्टम भी सशक्त होगा। पूर्व मंत्री श्याम रजक ने कहा कि चिकित्सा विज्ञान में हुई प्रगति के बावजूद, फर्टिलिटी समस्याओं से जुड़ी सामाजिक भ्रांतियां और गलत जानकारियां लोगों को समय पर इलाज लेने से रोकती हैं। यह आवश्यक है कि हम एक ऐसा वातावरण तैयार करें जहां रिप्रोडक्टिव हेल्थ पर खुलकर चर्चा हो और लोग बिना झिझक इलाज के विकल्प तलाश कर सकें। फर्टिलिटी सेंटर इन बाधाओं को तोड़ने में मदद करते हैं और जरूरतमंद लोगों को सही मार्गदर्शन व आत्मविश्वास प्रदान करते हैं।
इन्दिरा आईवीएफ के मैनेजिंग डायरेक्टर और कॉ-फाउंडर नितिज मुर्डिया ने कहा कि फर्टिलिटी ट्रीटमेंट में तकनीक की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। यह न केवल सटीक डायग्नोसिस और इलाज में मदद करती है, बल्कि सफलता दर भी बढ़ाती है। हमारी प्रतिबद्धता नैतिक मेडिकल प्रैक्टिस और नवीनतम तकनीकों को अपनाकर जटिल इनफर्टिलिटी मामलों का समाधान प्रदान करना है, जिससे हर व्यक्ति को उनकी जरूरत के अनुसार सर्वोत्तम उपचार मिल सके। इन्दिरा आईवीएफ बिहार हेड और पटना सेंटर हेड डॉ. दयानिधि कुमार ने कहा कि फर्टिलिटी ट्रीटमेंट में सबसे बड़ी चुनौती इलाज अपनाने में देरी करना है, जो अक्सर जागरूकता की कमी या गलत धारणाओं के कारण होता है। कई लोगों को यह जानकारी नहीं है कि उम्र, जीवनशैली और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं गर्भधारण की संभावनाओं को किस तरह प्रभावित कर सकती हैं। हमारा लक्ष्य लोगों को सही जानकारी देना और समय पर उपचार उपलब्ध करवाना है ताकि उनकी सफलता की संभावना बढ़ सके। इन्दिरा आईवीएफ फुलवारी शरीफ के सेंटर हेड डॉ. पुनीत हंस ने कहा कि फर्टिलिटी ट्रीटमेंट केवल चिकित्सा उपचार नहीं, बल्कि भावनात्मक सहयोग और व्यक्तिगत देखभाल प्रदान करना है। हर व्यक्ति की पैरंटहुड यात्रा अलग होती है, इसलिए उनके लिए विशेष देखभाल और उचित उपचार योजना आवश्यक होती है।