पटेल परिवार ने किया राजनीतिक दलों से कुर्मी समाज के व्यक्ति को पटना जिला के विधानसभाओं में टिकट देने की मांग
पटना : कुर्मी विकास परिषद, बिहार एवं पटेल परिवार द्वारा कंकरबाग स्थित वेल फ़ूड रेस्टोरेंट में 2025 विधानसभा चुनाव को लेकर एक प्रेस वार्ता की गई। प्रेस वार्ता को छत्रपति शिवाजी फाउंडेशन, बिहार के अध्यक्ष अरुण कुमार सिन्हा, अखिल भारतीय धानुक महासंघ, बिहार के अध्यक्ष शंकर प्रसाद, अखिल भारतीय कुर्मी महासभा, बिहार के अध्यक्ष सत्येंद्र प्रसाद सिंह, कुर्मी विकास परिषद्, बिहार के महासचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह, कुर्मी फाउंडेशन, बिहार के महासचिव राजीव पटेल, पटेल सेवा संघ, बिहार के पूर्व महासचिव ई. सुनील कुमार सिन्हा एवं सामाजिक कार्यकर्ता जीतेन्द्र पटेल ने संबोधित किया। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए छत्रपति शिवाजी फाउंडेशन, बिहार के अध्यक्ष अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि हमारी आबादी भारत के कुल आबादी का 24 प्रतिशत से अधिक होने के बावजूद कुर्मी समाज राजनितिक उपेक्षा का शिकार है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार की जाति आधारित जनगणना के अनुसार, कुर्मी समाज की आबादी 40 लाख से अधिक है फिर भी हमें हमारा राजनितिक हक नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि 2025 विधानसभा चुनाव में जो भी गठबंधन कुर्मी समाज को चुनाव लड़ाएगी पटेल परिवार एवं उसके अंतर्गत जितने भी कुर्मी संघ है सभी उसका समर्थन करेगा। वहीं अपने संबोधन में अखिल भारतीय धानुक महासंघ, बिहार के अध्यक्ष शंकर प्रसाद ने कहा कि पटेल परिवार का पटना जिला में 8-10 लाख आबादी होने के बावजूद भी कोई भी गठबंधन एक भी सीट पर चुनाव नहीं लड़ाता है। पटना जिला में कुल 14 विधानसभा क्षेत्र हैं जिनमें 8 विधानसभा क्षेत्र में कुर्मी समाज के निर्णायक वोटर हैं। इसीलिए राजनितिक दलों से हमारी मांग है कि इन आठ विधानसभा और खासकर कुम्हरार विधानसभा में कुर्मी समाज के प्रत्याशी को टिकट देने का काम करे। कुर्मी विकास परिषद्, बिहार के महासचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि अगर राजनीतिक दलों ने कुर्मी समाज के लोगों को इस विधानसभा चुनाव में पटना जिला से प्रत्याशी नहीं बनाया तो हमलोग एकजुट होकर आगे की रणनीति तैयार करेंगे। कुर्मी फाउंडेशन, बिहार के महासचिव राजीव पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि डॉ. लोहिया कहा करते थे कि भारत में कुर्मी समाज जिस दिन एकजुट हो जाएगा और अपनी ताकत पहचान जाएगा तो सदियों तक भारत की सत्ता कुर्मियों – पटेलों के पास ही रहेगी। पटेल सेवा संघ, बिहार के पूर्व महासचिव ई. सुनील कुमार सिन्हा ने कहा कि कुछ समय पहले बिहार में पटेल पटेल से 38 – 40 विधायक हुआ करते थे जो कालांतर में मात्र 8 विधायक पर ही पूरा समाज सिमट गया है। सामाजिक कार्यकर्ता जितेन्द्र पटेल ने सभी कुर्मी समाज से एकजुट होकर अपनी शक्ति प्रदर्शन करने का आवाहन किया।