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इकरान-24 में शोध कार्यों पर चर्चा के साथ चिकित्सकों पर हमलों पर जताई चिन्ता

जयपुर 03 मार्च (भारत पोस्ट लाइव) तीन दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस ऑन रीसेंट एडवांसेज इन न्यूरो ट्रोमेटोलॉजी ( इकरान-2024) रविवार को सम्पन्न हो गई।
देश और दुनिया के जयपुर में इकट्ठा हुए न्यूरो सर्जन्स ने इकरान-2024 के तीसरे और अन्तिम दिन विश्व, खासतौर पर भारत में चिकित्सों पर बढ़ते हमलों पर चिन्ता व्यक्त करते हुए जिम्मेदार लोगों से इन्हें रोकने के मजबूत कदम उठाने का आग्रह किया।
इसमें आज यहां हुए विभिन्न सत्रों में न्यूरो सर्जन्स ने अपनी अपनी उल्लेखनीय सर्जरी की केस रिपोर्ट सबके सामने रखी और उन पर खुल कर सवाल जवाब किए। एक सत्र में नागपुर के डा. लोकेन्द्र सिंह ने कहा कि चिकित्सक मरीजों की जान बचाते हैं लेकिन उनकी जान कौन बचायेगा । उन्होंने चिकित्सकों पर हमलों की बढ़ती प्रवृत्ति, इन पर मीडिया द्वारा तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत करने और राजनेताओेंं तथा न्यायपालिका की अप्रासंगिक टिप्पणियों पर अप्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि डॉक्टरी के पेशे की संवेदनशीलता को देखते हुए डॉक्टर्स के प्रति समाज का व्यवहार बहुत समझदारी का होना चाहिए।
न्यूरो सर्जरी में विशेषज्ञता हासिल कर रहे डॉक्टर्स के लिए भी एक क्विज प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसके तीन टॉपर्स — डा. मोहित गुप्ता, डा. पौरुष और डा. अक्षय को नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
सत्र में युवा न्यूरो सर्जन्स ने ट्रॉमेटिक ब्रेन इंज्यूरीज पर अपने अपने शोध कार्य प्रस्तुत किए और संभागी न्यूरो सर्जन्स द्वारा उन पर किए सवालों का जवाब दिया। अलग अलग सत्रों में ब्रिटेन के डा. पीटर हकिंसन ने न्यूरोट्रोमा मरीजों के लिए विश्व के विभिन्न हिस्सों में शुरू की गई विभिन्न प्रणालियों का उल्लेख किया। सिंगापुर के डा. वान ट्यू ने भी अपने अनुभव बताए।
समापन सत्र में जयपुर कॉन्फ्रेंस की आयोजन समिति के अध्यक्ष डा. वी डी सिन्हा ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय वक्ताओं का इस सम्मेलन में भाग लेने और अपने अपने शोध कार्यों पर शानदार विचार विमर्श करने के लिए आभार व्यक्त किया। डा. सिन्हा ने विभिन्न सत्रों में हुई चर्चा और शोध कार्यों की प्रस्तुति पर संतोष व्यक्त करते हुए उम्मीद जताई कि शीघ्र ही ऐसी एक कॉन्फ्रेंस युवा न्यूरो सर्जन्स के लिए आयोजित की जायेगी।
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