राष्ट्रीयव्यवसाय

भारत सहित पूरे विश्‍व के 14 देशों के प्रमुख 140 शहरों से उत्स्फूर्त प्रतिसाद

पहले कोरोना विषाणु और अब लद्दाख में 20 भारतीय जवान शहीद हुएइसके के लिए उत्तरदायी कपटी चीनी ड्रैगन को सबक सिखाने हेतु सनातन संस्थाहिन्दू जनजागृति समिति एवं अन्य हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के संयुक्त तत्त्वावधान में आज अतंरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतीकात्मक आंदोलन किया गया।

इसमें भारत सहित पूरे विश्‍व के 14 देश और प्रमुख 140 शहरों के राष्ट्रप्रेमी भारतीयों ने ‘चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करें’ आंदोलन किया। इस आंदोलन के द्वारा चीनी खिलौनेगृहोपयोगी वस्तुएं तथा अन्य सामग्री कचरे के डिब्बे में डालकर चीन का तीव्र निषेध किया गया है। अनेकों ने मोबाइल में डले चीनी एपतथा संगणक के सॉफ्टवेयर निकालकर इस आंदोलन में सहभाग लिया।

इस आंदोलन में छोटे बच्चों का सहभाग विशेष उल्लेखनीय रहा। उन्होंने अपने चीनी बनावट के खिलौने फेंककर राष्ट्रभक्ति का आदर्श उदाहरण दिया है।

कपटी चीन के विरुद्ध आज संपूर्ण भारत ही नहींअपितु वैश्‍विक स्तर पर उथलपुथल मची हुई है। चीन को सबक सिखाने के लिए हर व्यक्ति यथाशक्ति लड रहा है।

यह लडाई व्यापक बनाने के लिए किए आवाहन पर आज भारत सहित अमेरिकाकैनडाइंग्लैंडफिनलैंडस्वीडनलीबियाइथोपियासंयुक्त अरब अमिरातसऊदी अरबकतारकुवेतमौरिशसऑस्ट्रेलिया आदि देशों में यह आंदोलन किया गया।

वहां के नागरिकों ने ‘चीनी वस्तुएं कचरे के डिब्बे में फेंकें’, ‘फेंक दो फेंक दो चाइनीज वस्तुएं फेंक दो’, आतंकवाद के दो ही नाम – चाइना और पाकिस्तान’, ‘स्वदेशी अपनाओ चाइना भगाओ’ऐसे अंग्रेजीहिन्दी और मराठी फलक हाथों में लेकर आंदोलन किया। साथ हीभारत के 20 राज्यों में नई दिल्लीमुंबईचेन्नईबेंगलूरुभोपालभाग्यनगर (हैदराबाद), पटनाकर्णावती (अहमदाबाद),  जोधपुरफरीदाबादप्रयागराजवाराणसीगोरखपुरइंदौरउज्जैनवापीबडोदानागपुरवर्धाअमरावतीपुणेनासिककोल्हापुरसोलापुरनांदेडजलगांवधुलेनंदुरबारमैसूरमंगलूरुकोच्चि आदि 140 शहरों में ये प्रतीकात्मक आंदोलन किया गया।

भारत सरकार देश की सीमा सुरक्षित रखने के लिए हर संभव प्रयास करेतथा हम भारतीय होने के नाते अंतर्गत स्तर पर चीन को सबक सिखाने के लिए प्रतिबद्ध हैंयह संदेश इस आंदोलन के माध्यम से दिया गया।

आज इस विषय पर राष्ट्रप्रेमी नागरिकों द्वारा टि्वटर पर  नाम से चलाए ट्रेंड को उत्स्फूर्त प्रतिसाद मिला। कुछ ही समय में यह ट्रेंड देश में पहले क्रमांक पर था। इसमें 70 हजार से अधिक ट्वीटस् कर नागरिकों ने चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करने का आवाहन किया।