एसीटीआरईसी, टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, नवी मुंबई में किया गया एनएसई मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल ब्लॉक और बोन मैरो ट्रांसप्लांट सेंटर के लिए भूमि पूजन
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनएसई) ने अपनी सीएसआर पहल के तहत टाटा मेमोरियल सेंटर (टीएमसी) के साथ मिलकर नवी मुंबई में एक ऐतिहासिक जी+11 मंजिला कैंसर हॉस्पिटल प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसमें एक मल्टीस्पेशियलिटी ब्लॉक और 60 बिस्तरों वाला बोन मैरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) सेंटर बनाया जाएगा, जो देश का सबसे बड़ा और दक्षिण एशिया के सबसे बड़े सेंटर में से एक होगा। यह हॉस्पिटल हर साल लगभग 1.3 लाख ओपीडी मरीजों को सेवा देगा और एक वर्ष में 600 से अधिक जीवनरक्षक बोन मैरो ट्रांसप्लांट सर्जरी करने की क्षमता रखेगा। लगभग 2.4 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में बनने वाला यह प्रोजेक्ट करीब ₹380 करोड़ की लागत से तैयार किया जाएगा और इसके जुलाई 2027 तक शुरू होने की उम्मीद है। इस प्रोजेक्ट का निर्माण लार्सन एंड टुब्रो (एल&टी) द्वारा ईपीसी मोड में किया जाएगा।
देश में स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनएसई) ने अपनी सीएसआर पहल के तहत, जिसे एनएसई फाउंडेशन के माध्यम से लागू किया जाएगा, नवी मुंबई स्थित एडवांस्ड सेंटर फॉर ट्रीटमेंट, रिसर्च एंड एजुकेशन इन कैंसर (एसीटीआरईसी) के साथ साझेदारी की है। एसीटीआरईसी की स्थापना टाटा मेमोरियल सेंटर (टीएमसी) द्वारा की गई है, जो भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा विभाग (डीएई) के अंतर्गत एक स्वायत्त अनुदान-सहायता प्राप्त संस्था है। इस साझेदारी के तहत नवी मुंबई स्थित एसीटीआरईसी कैंपस में जी+11 मंजिला मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल ब्लॉक और बोन मैरो ट्रांसप्लांट सेंटर बनाया जाएगा। यह भवन पूरे एसीटीआरईसी कैंपस के लिए एक आउट-पेशेंट डिपार्टमेंट (ओपीडी) यूनिट के रूप में भी काम करेगा, जहाँ एनएसई ब्लॉक के अलावा कैंसर उपचार के लिए 3 और इमारतों के निर्माण की योजना है।
एनएसई द्वारा बनाई जा रही यह सुविधा कैंसर मरीजों को, जिनको अन्य बीमारियाँ भी हैं, सामान्य और सुपर-स्पेशियलिटी सेवाएँ प्रदान करेगी। इसमें 60 बिस्तरों वाला एक विशेष बोन मैरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) सेंटर भी होगा, जो देश का सबसे बड़ा और दक्षिण एशिया के सबसे बड़े सेंटर में से एक होगा। यहाँ यह जीवनरक्षक इलाज मुफ्त या बहुत ही कम लागत पर उपलब्ध कराया जाएगा।
कोविड-19 महामारी के बाद, एनएसई ने देश में स्वास्थ्य सेवाओं की क्षमता को मजबूत करने की जरूरत को महसूस किया। देशभर में बढ़ते कैंसर मामलों और सस्ती चिकित्सा सुविधाओं की आवश्यकता को देखते हुए, एनएसई ने नवी मुंबई के खारघर स्थित टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल के एडवांस्ड सेंटर फॉर ट्रीटमेंट, रिसर्च एंड एजुकेशन इन कैंसर (एसीटीआरईसी) के साथ साझेदारी की है। एसीटीआरईसी लंबे समय से देश के दूरदराज इलाकों से आने वाले मरीजों को बहुत कम या लगभग मुफ्त में कैंसर उपचार उपलब्ध करा रहा है। हर दिन सैकड़ों मरीज जिनमें आर्थिक रूप से कमजोर लोग और बच्चे भी शामिल हैं, एसीटीआरईसी-टीएमसी कैंपस में एडवांस, सस्ते और कई बार पूरी तरह मुफ्त कैंसर इलाज के लिए पहुंचते हैं।
मार्च 2023 में एनएसई बोर्ड ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी थी और इसके लिए टाटा मेमोरियल सेंटर (टीएमसी) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए थे। इस प्रोजेक्ट को अंतिम पर्यावरण स्वीकृति (ईसी) 11 सितंबर 2025 को प्राप्त हुई, जबकि लोकल डेवलपमेंट अथॉरिटी, सिडको (सीआईडीसीओ) से निर्माण के लिए कमेंसमेंट सर्टिफिकेट 1 अक्टूबर 2025 को मिला। इस प्रोजेक्ट का निर्माण लार्सन एंड टुब्रो (एल&टी) द्वारा ईपीसी मोड में किया जाएगा, और भवन के जुलाई 2027 तक संचालन शुरू करने की उम्मीद है।
इस सुविधा के लिए भूमि पूजन समारोह रविवार को एनएसई और टीएमसी के गणमान्य व्यक्तियों और हितधारकों की उपस्थिति में आयोजित किया गया।
एमडी और सीईओ, एनएसई श्री आशिष कुमार चौहान ने कहा, “एनएसई को इस ऐतिहासिक पहल में टाटा मेमोरियल सेंटर के साथ साझेदारी करने का सम्मान मिला है। हमारा उद्देश्य कैंसर मरीजों और उनके परिवारों की स्वास्थ्य ज़रूरतों में सहयोग देना और भारत में कैंसर के खिलाफ लड़ाई में सार्थक योगदान करना है। हमें विश्वास है कि यह प्रोजेक्ट हर साल हज़ारों मरीजों के जीवन पर सकारात्मक और दीर्घकालिक प्रभाव डालेगा। पिछले 30 वर्षों से एनएसई बदलाव का प्रतीक रहा है। इसने भारत के वित्तीय क्षेत्र में क्रांति लाई है, घरेलू बचत को उत्पादक पूंजी में बदला है, धन और रोजगार सृजन में मदद की है और आर्थिक विकास को आगे बढ़ाया है। हमारी मूल सोच हमेशा से एक भरोसेमंद, जीवंत और परिवर्तनकारी संस्था बनने की रही है। आज हम इसी भावना को टाटा मेमोरियल के नवी मुंबई स्थित एसीटीआरईसी कैंपस में एक अत्यंत आवश्यक मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल ब्लॉक का निर्माण करके आगे बढ़ाते हुए स्वास्थ्य क्षेत्र में योगदान दे रहे हैं।”
टाटा मेमोरियल सेंटर के डायरेक्टर डॉ. सुदीप गुप्ता ने कहा “यह नया हॉस्पिटल ब्लॉक कैंसर मरीजों के लिए उन विशेष उपचार सेवाओं की कमी को पूरा करेगा, जो अन्य बीमारियों (जैसे हृदय, फेफड़ों, तंत्रिका तंत्र, गुर्दे और पाचन तंत्र से जुड़ी बीमारियाँ) के इलाज के लिए आवश्यक होती हैं। अब तक एसीटीआरईसी एक स्वतंत्र कैंसर सेंटर था, इसलिए मरीजों को इन सेवाओं के लिए अन्य अस्पतालों में जाना पड़ता था। इस प्रोजेक्ट की एक बड़ी खासियत 60 बिस्तरों वाले बोन मैरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) यूनिट का निर्माण है, जिससे एसीटीआरईसी दक्षिण एशिया के सबसे बड़े बीएमटी सेंटर्स में से एक बन जाएगा। बढ़ते कैंसर मामलों और हजारों मरीजों के बीएमटी उपचार की प्रतीक्षा को देखते हुए, इस अस्पताल का निर्माण बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह प्रक्रिया बहुत जटिल और महंगी होती है। नई सुविधा में यह जीवनरक्षक उपचार बहुत कम या रियायती दरों पर उपलब्ध कराया जाएगा, ताकि एडवांस केयर सभी जरूरतमंद मरीजों तक पहुंच सके।”
एसीटीआरईसी के डायरेक्टर डॉ. पंकज चतुर्वेदी ने कहा, “टाटा मेमोरियल सेंटर (टीएमसी) देशभर से आने वाले अनगिनत कैंसर मरीजों को एडवांस, सस्ते और कई बार जीवनरक्षक उपचार प्रदान करता है। इस प्रोजेक्ट में हमारी भूमिका खास तौर पर उन मरीजों के लिए विशेष चिकित्सा सेवाओं की कमी को पूरा करना है, जिन्हें कैंसर के साथ अन्य बीमारियाँ भी होती हैं, और सबसे महत्वपूर्ण जरूरतमंदों के लिए बोन मैरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) जैसी सुविधाएँ सुलभ कराना है।”
एसीटीआरईसी के उपनिदेशक और बोन मैरो ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ, डॉ. नवीन खत्री ने कहा, “बोन मैरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) एक बहुत ही महत्वपूर्ण और जटिल चिकित्सीय प्रक्रिया है, जिसके लिए हज़ारों मरीज, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं, इलाज की उम्मीद में इंतजार कर रहे हैं। यह नई सुविधा, जिसमें 60 बिस्तरों वाला बीएमटी यूनिट होगा, न केवल एसीटीआरईसी को दक्षिण एशिया के सबसे बड़े सेंटर्स में शामिल करेगी, बल्कि यह जीवनरक्षक उपचार बहुत ही रियायती दरों पर मरीजों को उपलब्ध कराएगी।”
यह साझेदारी भारत में कैंसर मरीजों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं और उपचार को बेहतर बनाने के लिए टीएमसी के निरंतर प्रयासों में एक महत्वपूर्ण माइलस्टोन साबित होगी। नवी मुंबई स्थित एसीटीआरईसी, टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल में नया मल्टीस्पेशियलिटी ओपीडी हॉस्पिटल ब्लॉक सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाली कैंसर देखभाल के नए मानक स्थापित करने के लिए तैयार है।