सम्पादकीय

सम्पादकीय

महिला पुरस्कारों की गरिमा और निष्पक्षता पर उठते प्रश्न

हमारे तेज़ी से बदलते सामाजिक और राजनीतिक माहौल में, महिला पुरस्कारों का महत्त्व और आवश्यकता जांच के दायरे में आ

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सम्पादकीय

नैमिषारण्य धाम: जहाँ सती का हृदय गिरा, मनु की बात में पढ़िए “एक शक्तिपीठ का उदय”

हमारे धार्मिक ग्रंथों में लिखा है – त्रेतायुग का मुख्य तीर्थ स्थल पुष्कर, द्वापरयुग का मुख्य तीर्थ स्थल कुरूक्षेत्र, कलयुग

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सम्पादकीय

दूर का ढोल: पश्चिमी दुनिया की हकीकत और हमारा भ्रम, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर विशेष

दूर का ढोल हमेशा से ही सुहावना रहा है। हम जैसे ही विकसित देशों और ख़ासकर पश्चिमी देशों की बातें

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सम्पादकीय

पच्चास साल बाद होने वाली परिसीमन को लेकर चिंताएँ

राजकोषीय संघवाद और संस्थागत ढांचे को मज़बूत करके, हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि राजनीतिक निष्पक्षता जनसांख्यिकीय परिवर्तनों के

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