आईटीसी सनराइज मसाले ने ऊर्जा का वरदान के साथ छठ की लोक कथाओं को किया पुर्नजीवित
पटना : पूर्वी भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं का उत्सव मनाने की अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए, क्षेत्र के प्रमुख मसाले ब्रांडों में से एक आईटीसी लिमिटेड के सनराइज़ मसाले ने अपने गौरवशाली अभियान ऊर्जा का वरदान को जारी रखा है, जो छठ पूजा की आस्था, भक्ति और ऊर्जा को समर्पित है। पिछले वर्ष शुरू किया गया ऊर्जा का वरदान अभियान, आईटीसी सनराइज मसाले के उस मिशन का एक अहम हिस्सा है, जिसका उद्देश्य बिहार के लोगों से गहरा जुड़ाव बनाना है, साथ ही पटना, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और गया जैसे प्रमुख क्षेत्रों की सांस्कृतिक विरासत और कला को सम्मान देना है। इन कहानियों को जीवंत रूप देने के लिए आईटीसी सनराइज मसाले ने दो नई रचनात्मक प्रस्तुतियां पेश की हैं, एक भक्ति गीत छठ की महिमा जिसे बिहार की सुप्रसिद्ध गायिका मैथिली ठाकुर ने गाया है, और एक चित्रमय कहानी-पुस्तक ऊर्जा का वरदान, छठ की कहानियां, जिसे पारंपरिक लोककला की शैली में सजाया गया है। आईटीसी सनराइज मसाले के बिजनेस हेड पीयूष मिश्रा ने कहा, सनराइज हमेशा मानता रहा है कि संस्कृति किसी क्षेत्र का सबसे सच्चा स्वाद है। भोजन को स्वादिष्ट बनाने के अलावा, यह ब्रांड लगातार उन परंपराओं, त्योहारों और कलाओं का उत्सव मनाता रहा है, जो इस क्षेत्र की आत्मा को परिभाषित करती हैं। प्रसिद्ध गायिका मैथिली ठाकुर ने कहा, छठ पूजा केवल एक त्योहार नहीं है, यह आस्था की ऐसी भावना है, जो बिहार और झारखंड के लोगों के जीवन में गहराई से बसती है। इस गीत के माध्यम से, हम उस भावना, आस्था, अनुशासन और आंतरिक शक्ति का सम्मान करना चाहते हैं, जिसे हर भक्त अपने भीतर संजोए रखता है। सनराइज़ का छठी मैया और सूर्य देव की कहानियों को चित्रित और संगीत के माध्यम से बताने का प्रयास वास्तव में खास है।