ख़बरपटनाबिहारराज्य

“मजदूरों को लाठी की मार अंधी सरकार लाचार बिहार” के नारों के साथ राज्य भर में जाप का भूख हड़ताल – एजाज अहमद

पटना 20 मई 2020: -जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज़ अहमद ने अपने आवास पर आंखों पर पट्टी बांधकर भूख हड़ताल की ।
इस अवसर पर इन्होंने कहा कि मजदूरों को लाठी की मार अंधी सरकार -लाचार बिहार तथा छात्रों को कारागार भ्रष्ट मंत्री – नेता हुए मालामाल अब भी लाचार बिहार कब तक चलेगा। बिहार में डबल इंजन की सरकार पूरी तरह से आंखों पर पट्टी बांधकर अंधी हो गई है और गरीबों – मजदूरों तथा छात्रों के साथ खिलवाड़ कर रही है और इन पर लगातार जुल्म और अत्याचार चल रहा है। केंद्र एवं राज्य सरकार मजदूरों और गरीबों पर अत्याचार करने पर गौरवान्वित महसूस करती है ऐसे निकम्मी और हिटलर शाही सरकार के खिलाफ पूरे राज्य भर में पार्टी की ओर से आंखों पर काली पट्टी बांधकर लाक डाउन का अनुपालन करते हुए फिजिकल डिस्टेंस के साथ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है ।

एजाज ने आगे कहा कि गरीब और मजदूर हजारों किलोमीटर पैदल चलने, भूखे मरने तथा जगह-जगह दुर्घटनाओं के शिकार होकर काल के गाल में समा रहे हैं और छात्रों पर अत्याचार करने वाले पुलिसिया जुल्म पर डबल इंजन सरकार ने आंखों पर पट्टी बांध लिया है , जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए खतरे का संकेत है ।
इन्होंने कहा कि जल्द से जल्द मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए अन्यथा पप्पू यादव के नेतृत्व में एक बार जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा। इन्होंने आगे यह भी कहा कि पप्पू यादव लगातार अपने प्रयासों से विभिन्न स्थानों और शहरों में फंसे हुए लोगों तक आर्थिक मदद के साथ साथ उन्हें उनके घर तक पहुंचाने के लिए भी अपने स्तर से व्यवस्था करवा रहे हैं। साथ ही साथ दिल्ली में लोगों तक अनाज से लेकर उनके रहने और खाने की व्यवस्था भी करवा रहे हैं ।इनके इन कार्यों को देखते हुए केंद्र सरकार ने दिल्ली में इनपर झूठा मुकदमा भी दर्ज करवा दिया है, लेकिन फिर भी इनका गरीबों को मदद करने का हौसला कम नहीं हो रहा है क्योंकि पार्टी का यह संकल्प है कि हर घर तक गरीबों की आवाज पहुंचे और उनकी मदद के लिए लोग आगे आए ।
इस बीच युवा परिषद के प्रदेश प्रवक्ता रजनीश तिवारी ने कहा कि छात्रों एवं युवाओं पर पुलिसिया अत्याचार के माध्यम से उनकी आवाजों को दबाया जा रहा है और उन्हें जेल की सलाखों में बंद किया जा रहा लेकिन फिर भी छात्र और युवा अपने हक और हुकूक तथा गरीबों को अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष जारी रखेगा और पटना विश्वविद्यालय के छात्र नेताओं की रिहाई के लिए अनवरत आंदोलन जारी रखेगा