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राजस्थान में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में NDRF, SDRF चला रहे बचाव अभियान

चक्रवात बिपरजोय के प्रभाव से राजस्थान के कुछ जिलों में भारी बरसात के चलते सैंकड़ों गांव और कस्बे डूबे हुए हैं और बिजली आपूर्ति प्रभावित है। ऐसे में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और SDRF बचाव अभियान चला रहे हैं।

राहत कार्य जारी

उल्लेखनीय है कि इन क्षेत्रों में SDRF की 17 और NDRF की 8 टीमें देवदूत बनकर प्रभावित इलाकों में लगातार बचाव और राहत कार्य कर रही हैं। वहीं प्रभावित इलाकों में सेना के भी दो कॉलम तैनात किए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने किया हवाई सर्वेक्षण

इसी के मद्देनजर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को बाड़मेर और जालौर जिले का हवाई सर्वेक्षण भी किया। मुख्यमंत्री ने बाड़मेर में चौहटन जाकर स्थिति की समीक्षा की और प्रभावित लोगों से मुलाकात की।

राहत कार्य संचालित करने के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री ने प्रत्यक्ष जानकारी लेने के लिए जालौर जिले के सांचौर सहित विभिन्न स्थानों का दौरा भी किया। वहीं उन्होंने कल अपने आवास पर द्विध्रुवीय प्रभाव से हुए नुकसान की भी समीक्षा बैठक की। साथ ही मुख्यमंत्री ने वायुसेना और थल सेना के सहयोग से राहत कार्य संचालित करने के निर्देश दिए।

इन जिलों में हुई भारी बरसात

बिपरजोय के प्रभाव से बाड़मेर जिले में 192 मिलीमीटर, जालोर में 419 मिलीमीटर, सिरोही में 464 मिलीमीटर और पाली जिले में 318 मिलीमीटर बारिश हुई है।

बारिश थमने के बाद से कुछ राहत

फिलहाल, इन इलाकों में सोमवार को बारिश थमने के बाद से कुछ राहत मिली है, लेकिन सैकड़ों गांव और कस्बे अभी भी डूबे हुए हैं, वहीं कई घर ढह गए हैं जबकि बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है।

याद हो, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने गुजरात से चक्रवात बिपरजोय के गुजरने के बाद यह संभावना जताई थी कि यह आगे चलकर राजस्थान के कुछ इलाकों में अपना असर दिखा सकता है। मौसम विभाग ने तब यह भी कहा था कि चक्रवात के रास्ते में आने वाले इलाकों में भारी बरसात होने की भी संभावना है।

ऐसे में एनडीआरएफ ने एहतियात बरतते हुए पहले ही राज्य सरकार को आगाह कर दिया था। साथ ही इस स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ ने राजस्थान में मदद के लिए अपनी टीम भी तैनात कर दी थी।