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ये 5 संकेत बताते हैं कि आपको तुरंत करा लेनी चाहिए आंखों की जांच, देर करना हो सकता है खतरनाक

आंखें हमारी जिंदगी के लिए जरूरी शर्त नहीं हैं, मगर शायद जिंदगी को अच्छी तरह समझने के लिए आंखों का अपना बड़ा महत्व है। बनावट के आधार पर आंखों को शरीर का सबसे संवेदनशील अंग माना जाता है। इसलिए आंखों की छोटी से छोटी परेशानी को नजरअंदाज करना कई बार बहुत खतरनाक हो सकता है। दुनिया में ऐसे लोगों की संख्या लाखों में है, जो जन्म से अंधे नहीं थे, मगर 40-50 की उम्र आते-आते उनकी आंखों के देखने की क्षमता चली गई। दरअसल शरीर से जुड़ी किसी भी समस्या को अगर शुरुआती अवस्था में पहचान लिया जाए और सही इलाज किया जाए, तो ठीक किया जा सकता है। मगर ऐसी बहुत सी बीमारियां और समस्याएं हैं, जो वक्त गुजरने के बाद पता चलती हैं और तब तक मेडिकल साइंस भी आपकी मदद नहीं कर पाता है।

आंखें भी ऐसा ही एक अंग हैं, जो यदि एक बार खराब हो जाएं, तो इन्हें दोबारा ठीक करना बहुत मुश्किल है। फिर एक ही विकल्प बचता है और वो है आई ट्रांसप्लांट, जिसके लिए डोनर मिलना और खर्चे उठाना आसान बात नहीं है। इसीलिए आज हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे संकेत जो बताते हैं कि आपको तुरंत अपने आंखों की जांच करा लेनी चाहिए।

धुंधला दिखने पर (Blurry Vision)

वैसे तो आंखों का धुंधलापन बिल्कुल स्पष्ट संकेत है कि आपको अपने आंखों की जांच करानी चाहिए। मगर कुछ लोग धुंधलेपन को शरीर की कमजोरी से जोड़कर देखते हैं, इसलिए वे इंतजार करते रहते हैं और दूसरे उपाय अपनाते रहते हैं। यह बात भी सही कि शारीरिक कमजोरी और एनर्जी की कमी, आंखों के धुंधलेपन का कारण बन सकती है। मगर ये समस्या किसी बीमारी का भी संकेत हो सकती है, जो वक्त के साथ आपके आंखों की रेटिना को डैमेज कर सकती है। इसलिए अगर आपको कई दिन या सप्ताह तक लगातार या फिर कुछ-कुछ दिनों में धुंधला दिखाई देने की समस्या होती है, तो आपको अपने आंखों की जांच जरूर करा लेनी चाहिए।

लगातार सिर दर्द की समस्या (Headache)

सिर दर्द आपको भले ही सिर और माथे के हिस्से में महसूस होता है, मगर इसका कारण आपके आंखों की समस्या भी हो सकती है। जब आपकी आंखों में किसी तरह की कोई परेशानी होती है, तो वस्तुओं पर फोकस केंद्रित करने वाली मसल्स (कोशिकाओं) पर अनावश्यक दबाव बढ़ जाता है, जिसके कारण उनमें दर्द की समस्या हो सकती है। ये कोशिकाएं सीधे आपके मस्तिष्क से जुड़ी होती हैं, इसलिए आपको सिर में दर्द महसूस होता है। अक्सर ऐसे लोगों को सिर दर्द की समस्या तब होती है, जब वो बहुत अधिक ध्यान लगाकर काम करने की कोशिश करते हैं या फिर कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल या अन्य स्क्रीन वाले गैजेट्स का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। इसलिए लगातार सिर दर्द की समस्या होने पर भी आपको आंखों की जांच करानी चाहिए।

आंखें पर दबाव महसूस हो (Eye Pressure)

अगर आपको कुछ दिनों से ऐसा महसूस होने लगा है जैसे कि कोई अदृश्य हाथ आपके आंखों को दबा रहे हैं, तो ये आंखों की ही एक कॉमन बीमारी ‘ग्लूकोमा’ का संकेत हो सकता है। ग्लूकोमा की शुरुआत होने पर व्यक्ति को अपनी आंखों की पुतलियों पर दबाव महसूस होता है। मगर ऐसा होने पर आपको घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि ग्लूकोमा का इलाज आसानी से उपलब्ध है। हां, अगर आप इसे लंबे समय तक नजरअंदाज करेंगे, तो ग्लूकोमा आपकी आंखों को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए ऐसे लक्षण महसूस होने पर बिना देरी किए आई-स्पेशलिस्ट से मिलें और आंखों की जांच कराएं।

रात में साफ न दिखाई देना या रतौंधी (Night Blindness)

आमतौर पर बहुत अधिक अंधेरा होने पर सामान्य आंखों के लिए भी देखना मुश्किल होता है, मगर यदि आपको शाम के समय यानी हल्की रोशनी होने के बावजूद चीजें साफ-साफ न दिखाई दें, तो भी ये आंखों से जुड़े रोग का संकेत है। इस रोग को रतौंधी भी कहते हैं, जो ‘रात के अंधेपन’ का शार्ट फॉर्म है शायद। आंखों में ऐसी समस्या कई कारणों से हो सकती है, जैसे- शरीर में विटामिन ए की कमी और मोतियाबिंद आदि। इसलिए आपको ऐसे लक्षण दिखने पर भी तुरंत आंखों के डॉक्टर से मिलना चाहिए।

रोशनी में चकाचौंध लगना या सिर दर्द होना (Light Sensitivity)

अचानक आंखों पर तेज रोशनी पड़ने पर आंखों का बंद होना स्वाभाविक है। मगर सामान्य स्थिति में कुछ सेकेंड्स के बाद आपको धीरे-धीरे दिखना शुरू हो जाता है। जबकि लाइट सेंस्टिविटी से जूझ रहे लोगों के लिए तेज रोशनी को बर्दाश्त करना बिल्कुल मुश्किल होता है। आंखों के विशेषज्ञ इसे फोटोफोबिया कहते हैं। ऐसे लोगों को तेज लाइट में जाते ही आंखें बंद करनी पड़ती हैं और कई बार उन्हें चक्कर आने, सिर दर्द होने, उल्टी जैसे लक्षण भी शुरू हो जाते हैं। लाइट सेंस्टिविटी का कारण आंखों का कोई इंफेक्शन या कोई रोग हो सकता है, इसलिए बिना देर किए डॉक्टर से जांच कराएं और खतरे से दूर रहें।